उदयपुर। एलएंडटी फाइनेंस ने राजस्थान के उदयपुर, राजसमंद और चित्तौडग़ढ़ में अपनी प्रमुख कॉरपोरेट सामाजिक दायित्व (सीएसआर) परियोजना ‘डिजिटल सखी’ का शुभारंभ किया है। 100 सखियों से तीनों जिलों में संचालन होगा, कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य महिलाओं को डिजिटल वित्तीय साक्षरता के माध्यम से सशक्त बनाना है, ताकि वे अपने समुदाय में सकारात्मक बदलाव लाने के साथ-साथ आजीविका के स्थायी साधन स्थापित कर सकें।
सामाजिक बदलाव की पहल:
कंपनी की सचिव अपूर्वा राठौड़ ने कहा कि ग्रामीण महिलाओं और उनके परिवारों के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाने की दिशा में काम करने का संकल्प लिया है। डिजिटल सखी कार्यक्रम वित्तीय समावेशन, उद्यमशीलता और सतत विकास को बढ़ावा देने पर केंद्रित है, विशेष रूप से लैंगिक समानता (एसडीजी-5) को ध्यान में रखते हुए। यह कार्यक्रम ग्रामीण क्षेत्रों में महिला नेताओं को प्रशिक्षित करता है और उन्हें तकनीकी कौशल से जोड़ता है।
प्रबंध निदेशक की टिप्पणी:
एलटीएफ के प्रबंध निदेशक एवं सीईओ सुदीप्ता रॉय ने कहा कि डिजिटल सखी परियोजना के सफल कार्यान्वयन के बाद, उन्हें राजस्थान में इसका विस्तार करने का गर्व महसूस हो रहा है। उन्होंने यह भी बताया कि यह पहल न केवल महिलाओं को सशक्त बनाएगी, बल्कि डिजिटल विभाजन को समाप्त करने और बड़े पैमाने पर लैंगिक समानता प्राप्त करने में मदद करेगी।
मंजरी फाउंडेशन के सहयोग से संचालन:
डिजिटल सखी परियोजना को मंजरी फाउंडेशन के सहयोग से संचालित किया जाएगा। 2017 में शुरू की गई इस परियोजना के तहत अब तक 1,770 से अधिक महिलाओं को प्रशिक्षित किया गया है। ये महिलाएं 45 लाख से अधिक लोगों को लाभान्वित कर चुकी हैं। वर्तमान में, यह परियोजना कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु, बिहार, उत्तरप्रदेश और पश्चिम बंगाल में भी सक्रिय है।







