उदयपुर। पारस हेल्थ उदयपुर में दुर्लभ और गंभीर किडनी इंफेक्शन का सफलतापूर्वक इलाज किया है। मरीज को कम ब्लड प्रेशर, तेज बुखार और सफेद ब्लड सेल काउंट की संख्या में वृद्धि के लक्षणों के साथ हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल में नेफ्रोलॉजी के सीनियर कंसल्टेंट डॉ. आशुतोष सोनी द्वारा गहन जांच के बाद मरीज को एम्फीसेमेटस पायलोनेफ्राइटिस नामक एक दुर्लभ बीमारी का पता चला। एम्फीसेमेटस पायलोनेफ्राइटिस एक गंभीर इंफेक्शन होता है जिसमें बैक्टीरिया किडनी के अंदर हवा की पॉकेट बनाते हैं। वैसे तो यह स्थिति आम तौर पर डायबिटीज के मरीजों को होती है, लेकिन रामलाल के मामले में यह और भी गंभीर हो गई और हेमोलिटिक यूरेमिक सिंड्रोम (HUS) नामक एक और गंभीर समस्या पैदा हो गई। बता दें कि HUS तब होता है जब शरीर के कई अंगो में खून के थक्के बनने लगते हैं, जिससे किडनी फेल हो सकती है और प्लेटलेट काउंट (रक्त कोशिकाएं जो थक्का बनाने में मदद करती हैं) कम हो सकते हैं।
डॉ. सोनी और उनकी टीम ने तुरंत मरीज का लाइफ-सेविंग इलाज किया। इलाज में प्लाज़्मा एक्सचेंज थेरेपी, खून को साफ करने के लिए एक विशेष प्रकार का डायलिसिस और इंटेंसिव केयर सपोर्ट शामिल था। मरीज को ठीक होने के दौरान सांस लेने में मदद करने के लिए वेंटिलेटर पर रखा गया था। एक या दो उंगलियों में टिश्यू डैमेज (नेक्रोसिस) सहित गंभीर चुनौतियों के बावजूद रामलाल में काफी सुधार देखने को मिला। जब उनकी हालत स्थिर हो गयी तो उन्हें हॉस्पिटल से छुट्टी दे दी गई।







