उदयपुर। ब्रेस्ट कैंसर के बारे में जागरूकता बढ़ाने और समय रहते इसका पता लगाने की सख्त जरूरत बताई गई है। डायग्नोस्टिक्स फर्म हेल्थियंस की एक हालिया रिपोर्ट बताती है कि कंपनी द्वारा जांच की गई 55 से 64 वर्ष की आयु की 16% महिलाएं वर्तमान में ब्रेस्ट कैंसर से जूझ रही हैं। चिंताजनक बात यह है कि राजस्थान इस बीमारी का हॉटस्पॉट बन गया है, क्योंकि यहां इस आयु वर्ग की 30% महिलाओं में इसका डायग्नोसिस किया गया है। ‘स्तन कैंसर जागरूकता माह’ के शुरू होने के साथ ये आंकड़े देश भर में अनगिनत महिलाओं द्वारा सामना किए जाने वाले छिपे हुए संघर्षों को दर्शाते हैं।
पारस हेल्थ उदयपुर में सीनियर कंसलटेंट इन सर्जिकल ऑन्कोलॉजी डॉ. सुभब्राता दास ने महिलाओं को लक्षणों के बारे में शिक्षित करने और नियमित जांच की ज़रूरत पर ज़ोर देते हुए कहा, “जानकारी के साथ महिलाओं को सशक्त बनाना और खुद जांच करने के लिए प्रोत्साहित करना डायग्नोसिस और इलाज के बीच की कमी को पूरा करना महत्वपूर्ण साबित हो सकता है। गलत धारणाओं और कलंक को दूर करके हम यह सुनिश्चित कर सकते हैं कि कोई भी महिला इस बीमारी से चुपचाप पीड़ित न हो या मदद मांगने में देरी न करे।







