उदयपुर। किडनी फेलियर के अनपेक्षित कारणों का एक दुर्लभ मामला उदयपुर के पारस हेल्थ अस्पताल में सामने आया है, जहां डॉक्टरों ने 27 वर्षीय व्यक्ति का सफलतापूर्वक इलाज किया। यह व्यक्ति गंभीर मांसपेशियों की चोट के कारण रीनल कॉम्प्लिकेशन के साथ भर्ती हुआ था, जो कि किडनी फेलियर के लिए सामान्यतः माने जाने वाले कारणों से अलग है।
रबडोमायोलिसिस की पहचान हुई, जो मांसपेशियों के टूटने से जुड़ी स्थिति है। उनके मूत्र में मायोग्लोबिन की पुष्टि और क्रिएटिन फॉस्फोकाइनेज (CPK) का स्तर 50,000 से अधिक था, जिसके कारण एक्यूट किडनी इंजरी (AKI) हुई।
डॉ. आशुतोष सोनी, कंसल्टेंट नेफ्रोलॉजी ने कहा, “यह केस किडनी फेलियर के अपरंपरागत कारणों की पहचान के महत्व को दर्शाता है। अमित का किडनी फेलियर मांसपेशियों से निकले मायोग्लोबिन के कारण हुआ था, जो किडनी को प्रभावित करता है।”
मरीज को मेडिकल इंटेंसिव केयर यूनिट (MICU) में भर्ती किया गया, जहां उन्हें हेमोडायलिसिस और अन्य चिकित्सा सहायता दी गई। 8 से 10 दिन की देखभाल के बाद, मरीज की स्थिति स्थिर हो गई और उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई।







